जय श्रीराधा रसिक रस मंजरि प्रिय सिरमौर रहसि रसिकिनी सखी सब वृन्दावन रस-ठौर जयति जय राधिका रसिक रस मंजरी रसिक-सिरमौर मोहन बिराजैं रसकिनी रहसि रसधाम वृंदाबिपिन रस रसी सहचरि समाजै
श्री राधे अब तो कृपा करो मेरे सिर अब तो हाथ धरो

Saturday, January 15, 2011
Thursday, January 6, 2011
श्रीराधा सर्वेश्वरी जयति
राधा रानी हमारी सरकार फिकर हमें काहे की
हित अधम उधारन देह धरे बिन कारन दीनन नेह करे
जब ऐसी हमारी सरकार फिकर हमें काहे की.....
राधा रानी हमारी सरकार फिकर हमें काहे की.......
टेर निज जन कृन्दन सुनी पावे
तजि श्यामहु निज जन पे आवे
जब ऐसी सरल सुकुमार फिकर हमें काहे की.......
राधा रानी हमारी सरकार फिकर हमें काहे की.......
भ्रकुटी तकत ब्रह्मा नित जाकी
ताकि चरण शरण में आई
जब ऐसी हमारी रखवार फिकर हमें काहे की.......
राधा रानी हमारी सरकार फिकर हमें काहे की........
जो तू आवे मम स्वामिनी आगे
तोहे पुतरिन सम आगे राखे
जब ऐसी कृपालु रिझवार फिकर हमें काहे की.......
राधा रानी हमारी सरकार फिकर हमें काहे की........
सर्वेश्वरी लाडली श्री प्यारी जू की जय
श्री राधे !!!!!!!!!!!!!